सोया है ज़माना माँ

इसे जगाना होगा

शायद आज फिर तेरी सुरक्षा को

तेरे भगत ,अशफ़ाक़,आजाद को आना होगा


बुजदिल नहीं हूं माँ मै

मै लाचार खड़ी हूं

तेरी सुरक्षा को माँ मै

कई अपनों से लड़ी हूं

 

मगर तेरे दुश्मन काफी है माँ

मै सामना नहीं कर पा रही

कैसे तेरी रक्षा करू सभी से

यह बात समझ नही पा रही

 

बेचैनी है दिल में माँ

मुझे नींद नहीं आती

तेरी आबरू खतरे में है माँ

और मै बेबसी में कुछ कर नहीं पाती

 

माँ तेरे बच्चे सोए है अभी

सभी को जगाने में लगी हूं

तेरी आबरू को अपनी आबरू से

माँ मै छुपाने में लगी हूं

 

तेरे सभी बच्चे अभी माँ

बड़ी गलतफहमी का शिकार है

सोचते है सिर्फ तेरे सैनिक बच्चे

तुझे बचाने के लिए जिम्मेदार है

 

मगर माँ तो माँ होती है

और सभी की जिम्मेदारी होती है

और माँ की हिफाज़त मे तो

हर बच्चे की पहरेदारी होती है

 

बस यही बात तेरे बच्चे

अभी समझना नहीं चाहते

तुझसे हरदाफा मांगते रहते है

और तुझे कुछ देना नहीं चाहते

 

मगर प्यारी माँ मेरी तू

कभी निराश मत होना

अपने बच्चो की करतूतें देख

कभी हताश मत होना

 

जागेगा यह मुर्दा ज़माना माँ

ऐसा विश्वास है मुझे

तेरी सुरक्षा में तैनात होगा जन जन

ऐसा आभास है मुझे

 

जब तक  ज़िंदा हूं माँ मै

हर एक को जगाती रहूंगी

तेरा दुख, तेरा दर्द

हर एक को सुनती रहूंगी

 

तेरी पीड़ा की चीखे माँ

अब सभी को सुननी ही होगी

मुश्किल में हो माँ तो क्रांति की राह

हर एक को चुननी ही होगी

 

वचन है तेरी बेटी का माँ

तेरी बेटी सभी को जगाएगी

या तो जागेगा ज़माना माँ

या तेरी शाशा  हमेशा के लिए सो जाएगी

 -शाशा जैन